एक परी की कहानी | Pari ki kahani for kids, Budhimani, Samasya, Samadhan, Sahayta
एक समय की बात है, जब दुनिया में परियों का राज्य था। सभी लोग खुश थे और समृद्धि का आनंद ले रहे थे। इस राज्य में एक बहुत ही सुंदर और बुद्धिमान परी रहती थी जिसका नाम था मोहिनी। वह अपनी खूबसूरती और बुद्धिमत्ता के कारण सबसे प्रिय थी।
एक दिन, परी-मोहिनी ने देखा कि राज्य में बहुत सी असमंजस और समस्याएं हो रही हैं। लोग एक दूसरे से लड़ रहे थे और अफसोस की बात है कि इससे यह राज्य बिगड़ता जा रहा था। मोहिनी को दुख हुआ और उसने अपने प्रभु इंद्र से अनुरोध किया कि उन्हें इस समस्या का समाधान देने की कृपा करें।
इंद्र ने परी-मोहिनी को बहुत सोच-विचार करने के बाद बताया कि इस समस्या का समाधान सिर्फ एक विद्वान व्यक्ति ही कर सकता है जो अनुभवी और बुद्धिमान हो। मोहिनी ने अपनी बुद्धिमानी का परिचय देते हुए कहा कि वह उस व्यक्ति का पता लगाकर उससे मदद मांगेगी।
फिर परी-मोहिनी ने पृथ्वी पर अपनी यात्रा शुरू की जहां उसने एक युवा लड़के को देखा जो बहुत ही बुद्धिमान था। मोहिनी ने उससे बात की और उसे राज्य की समस्याओं के बारे में बताया। लड़के ने सुना और उसे समाधान भी बताया। मोहिनी ने उसे राज्य में ले जाने का अनुरोध किया और लड़के ने इसे मान लिया।
इस लड़के के समाधान ने राज्य को नए आयाम दिए। सभी लोग उसे धन्यवाद देने लगे और मोहिनी ने अपनी खुशी का व्यक्त किया। उसने उस लड़के का साथ नहीं छोड़ा और उसे बहुत से अनुभव और ज्ञान दिए। वह लड़का बड़ा हो गया और उसने भी अपनी खुद की परीमाण से राज्य की समस्याओं का समाधान किया।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है:- कि हम अपनी बुद्धिमानी का उपयोग करके समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और दूसरों की मदद कर सकते हैं। हमें हमेशा अपने अंदर के दोषों और कमियों को सुधारना चाहिए ताकि हम समृद्ध और सफल जीवन जी सकें।
यह एक कहानी है जो एक परी के बारे में है। इस कहानी का संदेश है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए और एक दूसरे के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने चाहिए। आप इस कहानी को “एसी ही कहानियां” bhaktkatha.com पढ़ सकते हैं।
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