Ek Chidiya hindi story for kids – एक चिड़िया हिंदी स्टोरी फॉर किड्स
एक छोटे से गाँव में, पहाड़ो के बीच एक सुंदर बगीचा था जहाँ हर तरह के पेड़-पौधे और फूल खिले रहते थे। उसी बगीचे में एक नन्ही चिड़िया रहती थी, जिसका नाम चिट्टी था। चिट्टी का कोई अपना घर नहीं था। वह हर रोज अलग-अलग पेड़ों पर सोती, परंतु उसके मन में हमेशा एक इच्छा रहती थी – “काश मेरा भी घर होता।” चिट्टी की यही आशा अब पूरी होने वाली थी।
नन्ही चिड़िया (Chidiya) का घर
चिट्टी ने अपने घर बनाने की ठान ली। वह उड़ते हुए बगीचे के कोने-कोने में जाने लगी और अपने लिए सबसे अच्छी जगह की तलाश करने लगी। एक दिन, उसने एक बड़ा सा पेड़ देखा, जिसके ऊपर की शाखाएं उसे अपने घर के लिए सबसे उपयुक्त लगीं। वह बहुत ही खूबसूरत पेड़ था। नन्ही चिड़िया ने सोचा भी नहीं था।
चिट्टी ने मेहनत से तिनके इकट्ठे करना शुरू किया। उसने देखा कि कुछ तिनके सूखे पत्तों के पास पड़े थे, कुछ बगीचे के फूलों के पास और कुछ पेड़ के नीचे। धीरे-धीरे उसने अपने नए घर का निर्माण करना शुरू किया। एक एक तिनके को इकट्ठा कर नन्ही चिड़िया ने अपने घर को बहुत ही खूबसूरती से बनाया।
नन्ही चिड़िया का समर्पण और मेहनत
चिट्टी की मेहनत और समर्पण का कोई मुकाबला नहीं था। उसने हर दिन सूरज उगने से पहले तिनके लाने शुरू कर दिए और रात होने तक काम करती रही। कुछ समय बाद, उसके मेहनत का फल दिखने लगा और उसका घर धीरे-धीरे तैयार हो गया। आज चिड़िया की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था आखिरकार उसका घर तैयार हो चुका था।
नन्ही चिड़िया (Chidiya) चिट्टी की खुशी और संतोष
अंततः चिट्टी का घर बनकर तैयार हो गया। वह बहुत खुश थी और उसके मन में संतोष का भाव था। उसने अपने घर को सुंदर फूलों से सजाया और उसमें अपने लिए एक आरामदायक कोना बनाया। अब चिड़िया के पास अपना खुद का घर था जहाँ वह सुरक्षित और खुश रह सकती थी।
सीख: अपने सपनों को पूरा करने का साहस
चिट्टी की यह कहानी हमें सिखाती है कि अगर हमारे पास साहस और समर्पण हो, तो हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। चिट्टी ने अपने घर की कल्पना की, मेहनत की और अंततः उसे प्राप्त किया। उसकी यह यात्रा प्रेरणादायक है और हमें यह सिखाती है कि हमें कभी भी अपने सपनों को छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे वह कितना भी मुश्किल क्यों न हो। हमें अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है। चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर हमारे पास साहस और मेहनत का जज़्बा है, तो हम अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।
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