Top 10 Bharatiya Pauranik Kahaniyan for Kids in Hindi
“Top Hindi Mythological Stories for Kids: “बच्चों के लिए भारतीय पौराणिक कहानियाँ” एक ऐसा संग्रह है जो बच्चों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ता है। ये कहानियाँ न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि जीवन के अनमोल नैतिक मूल्यों को भी सिखाती हैं। बच्चों को मजेदार और प्रेरणादायक कथाओं के माध्यम से ज्ञानवर्धन का अनुभव कराएँ।
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कहानी 1: राजा हरिश्चंद्र सत्य की परीक्षा- Top moral stories in Hindi for kids
प्राचीन समय में राजा हरिश्चंद्र अपनी सच्चाई और धर्म पालन के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी न्यायप्रियता की चर्चा दूर-दूर तक थी। एक दिन, ऋषि विश्वामित्र ने उनकी सच्चाई की परीक्षा लेने का निश्चय किया। उन्होंने राजा के पास जाकर उनसे उनकी संपत्ति, राज्य और धन मांग लिया। राजा हरिश्चंद्र ने बिना किसी झिझक के अपनी सारी संपत्ति दान कर दी।
अब राजा के पास कुछ भी नहीं बचा था। वे अपनी पत्नी और पुत्र के साथ जंगल में रहने चले गए। जब उनकी पत्नी ने एक साधारण जीवन के लिए संघर्ष शुरू किया, तो राजा ने श्मशान में काम करना शुरू किया।
एक दिन, उनके बेटे का अचानक निधन हो गया। राजा हरिश्चंद्र ने अपनी पत्नी के साथ अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने के लिए शमशान गई। लेकिन श्मशान के रखवाले ने उनसे उनके पति ने शुल्क मांगा। यह शुल्क भी राजा ने अपनी पत्नी की साड़ी का एक चीर फाड़कर चुकाया।
उनकी सच्चाई और धर्म के प्रति समर्पण से भगवान प्रसन्न हुए और ऋषि विश्वामित्र ने प्रकट होकर उन्हें उनका राज्य और संपत्ति लौटा दी।
सीख: सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने वाले को हमेशा विजय मिलती है।
कहानी 2: गणेश और चंद्रमा का श्राप- Mazedar aur Sikshaprad Indian Mythology Stories for Kids
एक दिन इंद्र के सभा में गणेश चतुर्थी के दिन, गणेश जी ने अपने भक्तों से मिले ढेर सारे लड्डू खाए। उनके पेट का आकार बड़ा हो गया। वे सभा से लौटते समय, उन्होंने अपने पेट पर सांप को लपेट लिया ताकि वह फट न जाए। इस दृश्य को देखकर चंद्रमा ने उनका मजाक उड़ाया।
गणेश जी को यह मजाक सहन नहीं हुआ। उन्होंने चंद्रमा को श्राप दिया कि जो भी तुम्हें देखेगा, उसे बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा। श्राप सुनते ही चंद्रमा भयभीत हो गए और उन्होंने गणेश जी से माफी मांगी।
गणेश जी ने अपनी दयालुता दिखाते हुए श्राप को थोड़ा कम कर दिया। उन्होंने कहा कि चंद्रमा को सिर्फ गणेश चतुर्थी के दिन देखना अशुभ होगा। इस घटना ने चंद्रमा को विनम्र बना दिया।
सीख: हमें दूसरों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए और हमेशा विनम्र रहना चाहिए।
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कहानी 3: हनुमान जी की शक्ति का रहस्य- Hanuman ji Hindi Me Pyari Stories
बाल्यकाल में हनुमान जी अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने में आनंद लेते थे वह बहुत ही चंचल और नटखट बालक थे। एक बार, उन्होंने सूर्य को आम समझकर खाने की कोशिश की। देवताओं ने उनकी यह शिकायत भगवान शिव से की। शिव जी ने उनकी शक्ति को सीमित कर दिया ताकि वे इसे नियंत्रित रूप से उपयोग कर सकें।
जब श्रीराम को रावण के खिलाफ युद्ध में हनुमान जी की मदद की जरूरत पड़ी, तब जामवंत ने उन्हें उनकी छुपी शक्तियों की याद दिलाई। हनुमान जी ने अपनी शक्ति का उपयोग किया और समुद्र पार कर सीता माता को ढूंढा।
इसके बाद, उन्होंने रावण के खिलाफ राम की सेना की मदद की और युद्ध जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सीख: हमें अपनी शक्ति का उपयोग सही दिशा में करना चाहिए।
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कहानी 4: सावित्री और सत्यवान का अमर प्रेम- True Love Bedtime stories for kids in Hindi
बहुत समय पहले की बात है, भारत के एक छोटे से राज्य में एक राजकुमारी थी जिसका नाम सावित्री था। वह अत्यंत बुद्धिमान और सुंदर थी। सावित्री का विवाह सत्यवान नाम के एक साधारण लकड़हारे से हुआ, जो जंगल में रहता था। सत्यवान अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था और परिवार की देखभाल करता था।
शादी के कुछ समय बाद, एक ऋषि ने सावित्री को बताया कि सत्यवान की आयु बहुत छोटी है और वह केवल एक साल तक ही जीवित रहेगा। यह सुनकर सावित्री दुखी तो हुई, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने पूरे एक साल तक कठिन तपस्या की और भगवान से सत्यवान की लंबी उम्र की प्रार्थना की।
एक दिन सत्यवान जंगल में लकड़ियां काटते समय बेहोश हो गया और उसकी मृत्यु हो गई। यमराज, मृत्यु के देवता, उसका प्राण लेकर जाने लगे। सावित्री ने उनका पीछा किया और विनम्रता से उनसे प्रार्थना की। यमराज ने पहले मना कर दिया, लेकिन सावित्री ने अपनी बुद्धिमानी और प्रेम से उन्हें इतना प्रभावित किया कि उन्होंने सत्यवान का जीवन लौटा दिया।
सीख: सच्चा प्रेम और दृढ़ता किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है।
कहानी 5: भगवान कृष्ण का माखन प्रेम- Natkhat krishna Fun Story for Kids hindi
गोकुल में भगवान कृष्ण अपने चुलबुले स्वभाव और शरारतों के लिए प्रसिद्ध थे। उन्हें माखन इतना पसंद था कि वे अपनी मां यशोदा के घड़े में से चुपके से माखन चुरा लेते थे। एक बार, गोकुल की ग्वालिनों ने उन्हें सबक सिखाने की योजना बनाई।
ग्वालिनों ने अपने माखन के घड़े ऊंचे स्थान पर रख दिए, ताकि कृष्ण और उनके सखा उन्हें चुरा न सकें। लेकिन कृष्ण ने अपनी चतुराई दिखाई। उन्होंने अपने दोस्तों की मदद से एक घेरा बनाया, जहां वे सबसे ऊपर चढ़ गए और माखन का घड़ा तोड़ दिया।
ग्वालिनों ने कृष्ण को रंगे हाथों पकड़ लिया और यशोदा मां के पास ले गईं। जब यशोदा मां ने कृष्ण को डांटा, तो उन्होंने अपनी मासूम आंखों से रोने का नाटक किया और कहा, “मां, मैंने माखन नहीं चुराया। यह सब मेरे सखाओं ने किया है।” उनकी मासूमियत पर ग्वालिनों और यशोदा मां का गुस्सा ठंडा हो गया, और वे हंस पड़ीं।
इस तरह, कृष्ण की शरारतें गोकुल के हर घर में खुशी और हंसी का कारण बनती थीं।
सीख: मासूमियत और खुशियां हर किसी के जीवन को सुंदर बना सकती हैं।