मेरी धरती माँ: Hindi Story for kids
मेरी धरती माँ जिसने हमें अपनी गोद में जगह दी, हमें जीवन का आधार दिया। मगर हमने उस माँ के साथ क्या किया? धरती से पेड़ खत्म कर दिए, नदियाँ दूषित कर दीं, और हवा को जहरीला बना दिया। यह कहानी धरती माँ की उसी पीड़ा को दर्शाती है, जो आज हम सभी महसूस कर रहे हैं।
कभी ऐसा समय था जब धरती माँ और मानव के बीच एक अद्भुत संतुलन था। हरे-भरे जंगल, स्वच्छ नदियाँ और शुद्ध हवा इस धरती की पहचान थे। हरियाली से भरे जंगल और साफ़ पानी की धाराएँ इंसान के जीवन का आधार थीं। उस समय मनुष्य प्रकृति को सम्मान देता था, उसकी रक्षा करता था, और प्रकृति भी उसे बदले में सब कुछ देती थी—खाना, पानी, और स्वच्छ हवा।
लेकिन जैसे-जैसे मनुष्य का विकास हुआ, उसकी जरूरतें बढ़ने लगीं। वह प्रकृति से और अधिक लेने लगा, और धीरे-धीरे उस संतुलन को तोड़ने लगा, जिसने सदियों से जीवन को बनाए रखा था।
मेरी धरती माँ की हालत बिगड़ने लगी
विकास के नाम पर जंगल काटे जाने लगे। पेड़ों की जगह इमारतें और सड़कें बन गईं। हरे-भरे जंगल, जो पृथ्वी के फेफड़े कहलाते थे, धीरे-धीरे खत्म होते गए। मनुष्य ने अपनी सुविधाओं के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया, लेकिन उसने यह नहीं सोचा कि वह अपनी धरती माँ का विनाश कर रहा है।
नदियों की हालत और भी खराब हो गई। कारखानों से निकलने वाला दूषित पानी और रसायन सीधा नदियों में गिराया जाने लगा। जो नदियाँ कभी शुद्ध पानी का स्रोत थीं, आज वे गंदे नाले बन गई हैं। जीव-जंतु, जो कभी इन नदियों में अपना जीवन बिताते थे, आज विलुप्त हो रहे हैं।
मेरी धरती माँ, जो कभी हमें जीवनदायिनी हवा देती थी, आज उसकी सांसें घुट रही हैं। उसका धैर्य टूटने लगा है, और वह हमें लगातार चेतावनी दे रही है—कभी सूखा, कभी बाढ़, तो कभी भूकंप के रूप में। ये सभी प्राकृतिक आपदाएँ हमें यह बताने के लिए हैं कि अब भी समय है कि हम संभल जाएं और धरती माँ की रक्षा करें। अब भी समय है कि हम सुधार की दिशा में कदम बढ़ाएँ। हमें पेड़ लगाने होंगे, नदियों को स्वच्छ करना होगा और हवा को शुद्ध रखने के उपाय अपनाने होंगे।
पेड़ों का संरक्षण: पेड़ों का संरक्षण जितने पेड़ कटे हैं, उससे दोगुने पेड़ हमें लगाने होंगे। हमें उन जंगलों को फिर से बसाना होगा जो हमसे छिन गए हैं।
नदियों की सफाई: कारखानों से निकलने वाले दूषित पानी को साफ़ करने के लिए उचित व्यवस्था करनी होगी। साथ ही प्लास्टिक और अन्य कचरे से नदियों को बचाना होगा।
वायु प्रदूषण कम करना: वाहनों से निकलने वाले धुएँ को कम करने के लिए हमें इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना होगा। इसके अलावा, कारखानों में भी धुएँ और रसायनों के उत्सर्जन को नियंत्रित करना होगा।
धरती माँ का आशीर्वाद प्राप्त करें
धरती माँ आज भी हमसे नाराज नहीं हैं, बस वह चाहती हैं कि हम उनकी परवाह करें। जब हम पेड़ लगाते हैं, नदियों को साफ़ करते हैं, और हवा को शुद्ध रखते हैं, तो धरती माँ हमें वापस से अपना आशीर्वाद देंगी। हमें यह समझना होगा कि हमारा जीवन धरती माँ पर निर्भर है, और उसकी रक्षा करना हमारी ज़िम्मेदारी है।
मेरी धरती माँ आज हमसे सहायता की गुहार कर रही है। यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उसकी रक्षा करें और उसे वापस उसकी सुंदरता और शुद्धता में लौटाएँ। धरती माँ हमें जीवन देती है, और हमें उसे वापस प्रेम और सम्मान देना चाहिए। यदि हम आज से सुधार की दिशा में कदम उठाते हैं, तो भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर धरती छोड़ पाएंगे।
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