Akhand Jyoti: नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने की सही विधि

अखंड ज्योति का महत्व


अखंड ज्योत जलाने की विधि

आवश्यक सामग्री

प्रक्रिया

अखंड ज्योति जलाने के नियम और सावधानियाँ

अखंड ज्योति जलाने के लाभ

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अखंड ज्योति जलाने के लिए कौन सा तेल या घी उपयुक्त है?

शुद्ध देशी घी का उपयोग सर्वोत्तम माना जाता है। यदि घी उपलब्ध न हो तो तिल के तेल का भी प्रयोग किया जा सकता है।

क्या अखंड ज्योति को बुझने पर पुनः प्रज्वलित किया जा सकता है?

यदि दीपक गलती से बुझ जाए तो तुरंत उसे पुनः प्रज्वलित करें और माँ दुर्गा से क्षमा याचना करें।

अखंड ज्योति जलाने से कौन-कौन से लाभ होते हैं?

अखंड ज्योति जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, सुख-समृद्धि बढ़ती है, और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।

क्या अखंड ज्योति जलाने के दौरान विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए?

हाँ, दीप प्रज्वलित करते समय ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे’ मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।

क्या अखंड ज्योति जलाने के लिए विशेष दिशा का चयन करना चाहिए?

दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्थापित करना शुभ होता है।

क्या अखंड ज्योति जलाने के लिए विशेष दिशा का चयन करना चाहिए?

दीपक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्थापित करना शुभ होता है।

अखंड ज्योति जलाने से कौन-कौन से लाभ होते हैं?

अखंड ज्योति जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, सुख-समृद्धि बढ़ती है, और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।