Rahul or Arjun: बेमिसाल दोस्ती चिल्ड्रन स्टोरी
Rahul or Arjun ki Dosti story: एक छोटा सा शहर, जहाँ के बच्चे हर रोज़ उत्साह से स्कूल जाते थे। वहाँ का सबसे छोटा और बुद्धिमान बच्चा राहुल था। राहुल के पास एक खासियत थी जोकि उसकी कमजोरी नहीं उसकी ताकत थी, उसके दोनों हाथ नहीं थे। पर फिर भी उसने हार नहीं मानी और हमेशा हंसमुख रहता था। उसका हौसला उसकी उम्र से कही बड़ा था। वह दुसरो बच्चो से अलग था हमेशा उत्साह के साथ जीने वाला खुश मिजाज लड़का था राहुल।
राहुल की यह स्थिति बच्चों को अच्छी तरह से नहीं समझ आती थी। उनमें से कुछ उसका मजाक उड़ाते थे, तो कुछ उससे दूर रहते थे। पर राहुल ने कभी भी इसे दिल पर नहीं लिया। वह हमेशा आगे बढ़ता हस्ता मुस्कुराता और अपने सपनों की ओर बढ़ता अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता।
एक दिन, स्कूल में एक नया बच्चा आया। उसका नाम अर्जुन था। अर्जुन भी बहुत ही शरारती था, पर उसका दिल बड़ा निकला। उसने राहुल को देखकर आश्चर्य किया और उसके साथ दोस्ती की ओर उसकी सहायता करने का निर्णय लिया।
राहुल को अर्जुन का दोस्त बनाने में कुछ समय लगा, पर धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती मजबूत हो गई। राहुल और अर्जुन की बेमिसाल दोस्ती जिसे देखकर सब रहें थे। अर्जुन राहुल को बताने लगा कि उसने कैसे अपने सपनो को पूरा करना चाहता है। उसने राहुल को सिखाया कि जीवन में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। हम हमेशा दोस्त रहेंगे साथ अपने लक्ष्य को पूरा करेंगे।
एक दिन, स्कूल का विदाई समारोह था। सभी बच्चे अपने-अपने परिवार के साथ खुशी से मिल रहे थे। लेकिन राहुल के परिवार की आवाज़ नहीं आ रही थी। अर्जुन ने उसे अकेला देखा और जल्दी से उसके पास जाकर पूछा, “राहुल, क्या हुआ? तुम्हारे परिवार कहाँ है?”
राहुल ने उसे देखकर मुस्कुराया और कहा, “मेरे पास कोई परिवार नहीं है, अर्जुन। मैं एक अनाथ बच्चा हूँ।”
अर्जुन के दिल में दर्द हुआ और आँखों में आँशु आ गए, पर उसने राहुल का हाथ पकड़ा और कहा, “तुम अकेले नहीं हो, राहुल। मैं तुम्हारा साथ हूँ। हम दोस्त है और हमेशा एक-दूसरे के साथ रहेंगे।”
वे दोनों ने एक-दूसरे के गले मिले और सभी के सामने मिले। उनकी यह दोस्ती सभी को हैरान कर दी। सभी ने उन्हें शानदार तालियों से स्वागत किया। राहुल को अर्जुन ने अपना साथी कम भाई बना लिया और उसे अपने परिवार के साथ रहने के लिए कहा। राहुल बहुत खुश हुआ आज उसे एक परिवार मिल गया उसका सपना सच हो गया।
वहाँ के लोगों ने भी राहुल अपने परिवार का हिस्सा मान लिया और राहुल को एक सच्चे परिवार की तरह स्वीकार किया। राहुल की आँखों में खुशी ख़ुशी के आँशु थे, क्योंकि उसने अपने लिए एक नया परिवार पाया था।
इस घटना के बाद, राहुल ने अपने सपनों की और भी बड़ी ऊँचाईयों की ओर बढ़ने का निर्णय किया। वह हमेशा अपने दोस्त अर्जुन के साथ था और अपने जीवन को खुशियों से भर दिया। (Rahul or Arjun) राहुल और अर्जुन की बेमिसाल दोस्ती के कारण वो लोग साथ में कामयाब बने और दुसरो के लिए भी मिसाल बने।
ये दोनों एक सफल बिज़नेस में बने जिन्होंने बहुत लोगो को अपनी कंपनी में रोज़गार का अवसर दिया। जिससे बहुत लोगो का घर चलता था और सभी के लिए प्रेरणा बने।
Rahul or Arjun ne di sikh:
राहुल और अर्जुन(Rahul or Arjun) की बेमिसाल दोस्ती इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमारे साथ आसपास के लोग हमेशा हमारा साथ देते हैं। हमें किसी के रूप, रंग, या शारीरिक अवस्था से नहीं देखना चाहिए। हर किसी के अंदर एक प्यार भरा दिल होता है, जिसे हमें समझना चाहिए और सम्मान देना चाहिए।
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