Sitaron ki Roshni moral story in hindi
Sitaron ki Roshni kahani for kids: एक छोटे से गाँव में एक बच्चा था, जिसका नाम आदि था। आदि के पास एक खास गुण था – उसकी अद्भुत कल्पना। वह रोज़ रात को जब सभी लोग सो जाते थे, तब आदि अपनी छत पर चढ़कर सितारों की ओर देखता “सितारों की रोशनी” (Sitaron ki Roshni) उसे बहुत अच्छी लगती थी। उसे चमचमाते तारो को देखना बहुत पसंद था, आदि हर रोज़ तारों से ठेरों बाते करता था। सोचता क्या मैं भी कभी इन सितारों पर जा सकता हूँ? किसी होगी सितारों की दुनिया किसी होगी वह की धरती।
एक रात, उसने चाँद की ओर इशारा किया और कहा, “चाँद दादा, आप कितने स्पेशल हो। आपके पास इतनी ज्यादा सितारों की रोशनी (Sitaron ki Roshni) है कि आप हमेशा सबके मन को प्रकाशित करते हैं।” आप तो हमेशा ही तारों से घिरे रहते है चाँद और तारों की रौशनी मिलकर जिस धरती को कितना सुन्दर बना देती है।
चाँद उसके इस प्रशंसा से बहुत खुश हो गया। वह कहने लगा, “धन्यवाद आदि, तुम भी बहुत ख़ास हो। तुम्हारी यह अद्भुत कल्पना तुम्हें अलग बनाती है।” तुम चाहो तो तुम भी इन तारों और मुझे चाँद पर घूम सकते हो जिसे लिए तुम्हे थोड़ा परिश्रम करना होगा आदि।
आदि ने पूछा, “लेकिन चाँद दादा, मुझे अभी भी अपने लक्ष्य नहीं मिले। मैं कैसे जानूं कि मैं कितना ख़ास हूं?” और मुझे क्या परिश्रम करना होगा चाँद और तारों तक पहुंचने के लिए।
चाँद ने मुस्कराते हुए कहा, “आदि, तुम ख़ास इसलिए हो क्योंकि तुम्हारे दिल में एक सपना है और तुम उसे पूरा करने के लिए मेहनत कर रहे हो। ख़ासतौर पर तुम्हारी अद्भुत कल्पना तुम्हें उस सपने के दरवाजे तक ले जाती है।” तुम्हे बहुत पढाई करनी होगी जिससे तुम बड़े होकर स्पेस में जा सकते हो, और इससे तुम अंतरिक्ष में ब्राह्मण कर सकते हो।
आदि को चाँद के वचनों में एक नई रोशनी मिली। उसने सोचा, “हाँ, मेरे पास सपना है! तारों की ख़ोज करना और उन पर जाना मुझे अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत करनी चाहिए।” मैं अपने सपने को सच करूँगा क दिन जरूर सितारों की रोशनी को छू पाऊंगा।
इसके बाद से, आदि ने अपनी पढ़ाई में और मेहनत की। वह रात के समय सितारों की ओर नहीं देखता, बल्कि अपने सपने की दिशा में चला जाता। वह पूरी पूरी रात जागकर पढाई करता और हर दिन अपने सपने को पूरा काने में एक ओर कदम नज़दीक जाता।
कुछ समय बाद, आदि ने अपने सपने को पूरा किया। उसकी मेहनत और परिश्रम से उसे एक अच्छे इंजीनियर स्कैनसिटिक्ट बना दिया। और तारों पर जाने की उसने पहली उड़ान भरी, तारों की धरती पर रखा गया पहला कदम उसे उसके बचपन में देखा गया सपना “सितारों की रोशनी” (Sitaron ki Roshni) से मिलने का सपना आज सच होता नज़र आया।
आज, आदि की बातें पूरे गाँव में हैं। उसकी उपलब्धियों ने लोगों को समझाया कि सपने पूरे करने के लिए कितना महत्वपूर्ण है। आदि ने न सिर्फ अपने जीवन को सफल बनाया, बल्कि उसने अपनी आसपास के लोगों को भी प्रेरित किया।
(Sitaron ki Roshni) यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें अपने सपनों का पीछा करना चाहिए, और मेहनत के साथ उन्हें पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। जब हम अपनी अद्भुत कल्पना को अपनाते हैं, तो हम अपनी ज़िन्दगी में रोशनी की तरह चमकते हैं, और अपने और दूसरों के जीवन में असीम सफलता की प्राप्ति होती है। हमें हमेशा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए कभी भी खुद को किसी से कम नहीं समझना चाहिए।
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