Story of Honesty Moral Stories For Kids
Short Hindi Story of Honesty : एक घने जंगल में एक छोटा सा खरगोश रहता था जिसका नाम मन्नू था। मन्नू बहुत ही ईमानदार और मेहनती था। वह हमेशा दूसरों की मदद करता और कभी किसी को धोखा नहीं देता था। जंगल में सभी जानवर उसे पसंद करते थे, पर एक लोमड़ी थी जिसका नाम था चंचल। वह बहुत चालाक और लालची थी। वह हमेशा दूसरों को बेवकूफ बनाकर अपना फायदा उठाने की कोशिश करती थी।
एक दिन, चंचल ने मन्नू को देखा और सोचा, “अगर मैं इस भोले खरगोश को धोखा दूं, तो मुझे ढेर सारा खाना मिल सकता है।” उसने मन्नू से दोस्ती करने की सोची। चंचल ने मन्नू से कहा, “मन्नू, तुम कितने अच्छे हो! चलो, हम दोनों मिलकर जंगल में भोजन ढूंढते हैं और जो भी मिलेगा, आधा-आधा बाँट लेंगे।”
मन्नू को चंचल की चालाकी का अंदाजा नहीं था। उसने सोचा कि चंचल भी उसकी तरह ईमानदार है। वे दोनों जंगल में घूमने लगे और कुछ देर बाद उन्हें एक बड़े पेड़ के नीचे बहुत सारे गाजर मिले। मन्नू खुश हो गया और बोला, “देखो चंचल, हमें इतने सारे गाजर मिले हैं। चलो इन्हें बराबर-बराबर बाँट लेते हैं।”
चंचल ने चालाकी से कहा, “अरे मन्नू, तुम बहुत छोटे हो। मैं इन गाजरों को घर ले जाऊँगी और जब मुझे भूख लगेगी तो मैं तुम्हें भी दूंगी।” मन्नू ने सोचा कि चंचल उसकी मदद कर रही है, इसलिए वह मान गया।
लेकिन चंचल ने सारे गाजर खुद खा लिए और मन्नू को कुछ भी नहीं दिया। मन्नू को बहुत दुःख हुआ, पर उसने सोचा कि वह फिर से ईमानदारी से काम करेगा और मेहनत से खुद के लिए खाना ढूंढेगा।
कुछ दिनों बाद, मन्नू को एक और जगह से ढेर सारे फल मिले। इस बार उसने सबक सीखा और चंचल से दूर रहा। उसने सारे फल जंगल के जानवरों के साथ बाँट दिए। जब चंचल को पता चला कि मन्नू ने सबके साथ फल बाँटे हैं, तो वह शर्मिंदा हुई और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।
मन्नू ने उसे माफ कर दिया और कहा, “हमेशा ईमानदारी (Honesty) से काम करना चाहिए। दूसरों को धोखा देकर कभी खुशी नहीं मिलती।”
Moral of the Story: ईमानदारी हमेशा जीतती है, और चालाकी से कोई भी चीज़ लंबे समय तक नहीं टिकती।
यह कहानी बच्चों के लिए एक अच्छी रात की कहानी है जो उन्हें ईमानदारी (Honesty) का महत्व सिखाती है।
Read More- समुद्री गुफा का रहस्य कहानी, सेब की अनोखी कहानी, चमत्कारी पेड़
Table of Contents