Mero Mann Vrindavan Mein Atko – मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन हरि चरणन में अटको।….
बनके जोगन डोलत ब्रज में-2
पीवत यमुना जल को
मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन हरि चरणन में अटको। ..
मेरो मुझमे कुछ ना मोहन तेरी मिट्टी तेरा कण कण-2
वृन्दावन की कुंज गलिन में-2
मिल जाओ प्रभु मुझको
मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन हरि चरणन में अटको।….
इस जोगन के तुम हो साजन करना है सब आत्म समर्पण-2
अंत समय आनंद मिले मोहे-2
बस वेणु के रस को
मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन हरि चरणन में अटको।….
याद में तोरी भई बाँवरी सुध लो मेरी कुंज बिहारी-2
अब आओ मेरे प्राण पियारे-2
अपनाओ या जन को
मेरो मन वृन्दावन में अटको
मेरो मन हरि चरणन में अटको।….
गिरधर नागर, नटवर नागर
तरसे मेरो मन, खींचे मेरो ध्यान बुलावे,
तेरो वृन्दावन
बरसे नैना, बैरी रैना
कब दोगे दर्शन, यमुना तट पे एक दिन मुझको
मिल जाओ मोहन
Credits :
Lyrics – Navdeep Panchal Shubh
Read More- कन्हैया के भक्त राजा की कहानी
Table of Contents