Garib Meena kids story in hindi
Garib Meena ki kahani: मीना एक गरीब परिवार में जन्मी एक समझदार लड़की थी। वह अपने माता-पिता के साथ गांव में रहती थी। उसके माता-पिता बहुत मेहनती और संवेदनशील लोग थे, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर थी। लेकिन वह इतना कमा लेते थे की दो वक्त का खाना खा सके।
एक दिन, मीना के पास एक दुकान में खिलौने बेचने का मौका मिला, क्योकि उसे पार्ट टाइम काम की तलाश थी और ये बहुत अच्छा मौका मिला था। वह अपने बुलंद हौसलों के साथ खिलौनों की दुकान पर जाकर बैठ गई। उनके पापा की सेहत ज्यादा अच्छी नहीं थी वे ज्यादातर बीमार ही रहते थे।
गरीब मीना (Garib Meena) ने देखा कि बाजार में बहुत सारे बच्चे खुशी-खुशी खिलौने खरीद रहे हैं, लेकिन वह सभी खिलौनों को देखकर हंसते हुए बच्चों को देख कर उसका मन उदास हो गया। क्योकि उन में कुछ बच्चे ऐसे भी थे जो खिलौने नहीं खरीद सकते थे वो बच्चे बस दूर से खडे हुए उन सुन्दर खिलौनों को देख रहे थे। लेकिन फिर भी उन ग़रीब बच्चो के मुँह पर एक अलग सी चमक और ख़ुशी थी।
बच्चों के हंसते चेहरे ने मीना को खुशी देने का एक अद्भुत तरीका सिखाया। मीना ने तय किया कि वह भी अपने पिता की मदद करके किसी अन्य बच्चे को खुशी देने का प्रयास करेगी।
मीना ने अपने पापा से कहा, “पापा, क्या हम इस गरीब बच्चे को खिलौना खरीदकर दे सकते हैं?”
उसके पापा ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, बेटा, हम कुछ कर सकते हैं।” मीना के पापा को आज बहुत ख़ुशी हो रही थी अपनी बेटी की अच्छी सोच से क्योकि मीना पर खुद भी कोई खिलौना नहीं था लेकिन फिर भी वह दुसरो की ख़ुशी के बारे में सोच रही है।
फिर वे वहां से चले गए और एक छोटे से खिलौने की दुकान में पहुंचे। वहां, मीना ने एक प्यारा सा खिलौना देखा और उसे खरीद लिया। बच्चे के चेहरे पर एक मुस्कान लाने के लिए मीना ने उस खिलौने को चुन लिया।
उसने अपनी बचत से उस खिलौने को खरीद लिया और उस गरीब बच्चे को दे दिया। बच्चे ने उसे देखकर बड़े खुश होकर उसे गले लगा लिया।
वहां से, गरीब मीना (Garib Meena) का मन भी खुशी से भर गया। उसने महसूस किया कि जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमें सच्ची खुशी मिलती है।
वापस घर आने के बाद, मीना ने अपने पापा से कहा, “पापा, मुझे खुशी है कि हमने उस बच्चे को खिलौना दिया।”
पापा ने उसे गले से लगा लिया और कहा, “तूने बहुत अच्छा किया, बेटा। इससे हमें भी अच्छा लगा।”
उस दिन से, मीना ने निरंतर यह सीखा कि दूसरों की मदद करना हमें सच्ची खुशी देता है। वह हमेशा अपनी आर्थिक स्थिति के बावजूद दूसरों की मदद करने का प्रयास करती रही।
इस गरीब लड़की (Garib Meena) की यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची खुशी वह है जो हम अपने और दूसरों के द्वारा बनाते हैं।
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