Putra Prapti ke Upay: तेजस्वी पुत्र प्राप्ति के उपाय

पुत्र प्राप्ति के सिद्ध उपाय: संतान सुख और समृद्धि के लिए अपनाएं

Putra Prapti ke Upay: शिवमहापुराण, हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक हैं, जिसमे संतान प्राप्ति के लिए कई सिद्ध और प्रभावशाली उपाय बताए गए हैं। ये उपाय श्रद्धा और भक्ति के साथ अपनाने पर न केवल पुत्र रत्न की प्राप्ति में सहायक होते हैं, बल्कि परिवार में सुख-समृद्धि और शांति भी लाते हैं। शिवमहापुराण के अंतर्गत आने वाले पुत्र प्राप्ति के सिद्ध उपाय संतान सुख और समृद्धि के लिए अपनाएं आइए जानते हैं शिवमहापुराण के अंतर्गत पुत्र प्राप्ति के कुछ प्रमुख उपाय:

शिवलिंग की पूजा: निःसंतान दंपत्तियों के लिए अनमोल उपाय

  • सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल, दूध, और बेलपत्र अर्पित करें। भगवान शिव से स्वस्थ और तेजस्वी पुत्र की प्रार्थना करें।
  • लाल फूल वाला धतूरा कम इस कम 11 सोमवार शिवाये नमः शिवाये नमः बोलकर शिवलिंग पर चढ़ना चाहिए। और पुत्र प्राप्ति की भगवान शिव से प्रार्थना करें। 
  • नियमित रूप से संध्या समय भगवान शिव के सामने दीपक जलाएं और पुत्र प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
  • शिवमहापुराण का नियमित पाठ करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, इसे सुनना और सुनाना भी लाभदायक होता है।

शिवमहापुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति: Putra Prapti ke Upay

  • अगर संतान नहीं है 10 साल हो गए 12 साल हो गए। शिव के मंदिर में जाकर सफ़ेदआंकड़े की जड़ लेकर रजस्वला धर्म के सातवें दिन शिवलिंग के ऊपर से 21 बार घुमाकर तुंरूका जी का नाम लेकर उसे अपने कमर पर मंदिर में ही बांध लें। जल्दी ही पुत्र की प्राप्ति होगी। और एक पीपल का पत्ता अवधूतेष्वर का नाम लेकर शंकर पर चढ़ा कर उस पत्ते को वापस घर लेकर रात को गाय के दूध में उबालकर पति पत्नी उस दूध को पी लें। तीन महीन तक ऐसा ही करना है 3 महीने के अंदर ही भगवान भोलेनाथ गोद भर देते है।
  • एक संतान के बाद दूसरी संतान नहीं हो रही है तो करे ये उपाय: शिवमहापुराण के अनुसार जिस माता के एक संतान के बाद दूसरी संतान नहीं हो रही है। 8, 10, 20, 22, या अधिक हो गए है।  किसी भी सोमवार से आप से उपाय आरम्भ कर सकते है। 11 रूद्र होते है हर सोमवार बेलपत्र के वृक्ष के नीचे बैठकर एक रूद्र का स्मरण करें। वृक्ष के नीचे छोटा सा मिटटी को हटा कर गड्डा बना लें उसमे जल समर्पित करें।  घी का दिया लगाए थोड़ा मीठे का भोग रख दे। 11 रूद्र में से पहले सोमवार पहले रूद्र का स्मरण करना है और अपनी मन की कामना बोलनी है ऐसे ही 11 सोमवर 11 रूद्र का पूजन बेलपत्र पेड़ के नीचे करें जल्दी ही भोलेनाथ की कृपा से संतान की प्राप्ति हो जाएगी। 11 रूद्र के नाम इस प्रकार है – कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपाद, आपिर्बुध्य, शम्भू, चण्ड।
  • रात 9:15 मिनट पर ये उपाय करने से होगा हर कार्य सफल: शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का पूजन कर या बेलपत्र के पेड़ के नीचे कंकर शंकर को जल चढ़ा कर रात के ठीक 9 : 15 पर अपने मन की बात भगवान शिव से बोल दें।  3 महीने के अंदर आपकी मनोकामना पूरी होगी। 
  • बेलपत्री के वृक्ष के नीचे जल चढ़ाकर और थोड़ा जल लौटे में बचाकर वह जल लाकर शिव के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर चढ़ा दे। नियमित रूप से प्रति दिन ऐसा करें। निश्चित ही भगवान भोलेनाथ की कृपा से संतान की प्राप्ति होगी। 

मासिक शिवरात्रि व्रत करें

  • मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करें। इस व्रत को संतान प्राप्ति और उनकी भलाई के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
  • रुद्राभिषेक करवाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसमें शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, घी, शहद, और पंचामृत से अभिषेक किया जाता है।

कृष्ण पक्ष में पुत्र प्राप्ति के उपाय: Putra Prapti ke Upay

  • सात दिन तक पुत्र की इच्छा रखकर भागवत श्रवण करने से जल्द ही पुत्र की प्राप्ति होती है। 
  • सुन्दर पुत्र प्राप्ति के लिए लड्डू गोपाल की सेवा करें तुसली दल चढ़ाये और लड्डू गोपाल को चंदन लगाएं भगवान बाल रूप लेकर पुत्र रूप में आपकी गोद में आयगे। 
  • संतान गोपाल स्तोत्रंनाम का नित्य पाठ करने से जल्दी ही तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति होती है