Shri Yamunashtak: श्री यमुनाष्टक उत्तम रस-भक्ति प्राप्ति का मार्ग

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Shri Yamunashtak: यमुनाष्टक के पाठ के लाभ

  • उत्तम रस-भक्ति की प्राप्ति:
    • यमुनाष्टक का नियमित पाठ भक्तों को श्री राधावल्लभलाल जी के चरण- कमलों की भक्ति प्रदान करता है।
    • यह भक्ति साधारण नहीं, बल्कि उत्तम रस-भक्ति होती है जो भक्तों को परम आनंद देती है।
  • श्री राधा रानी जी की सहचरी का पद:
    • यमुनाष्टक के नियमित पाठ से भक्तगण मृत्यु के बाद श्री राधा रानी जी की सहचरी का पद प्राप्त करते हैं।
    • यह पद वैष्णव धर्म में अत्यधिक मान्यता प्राप्त है और इससे भक्तों को भगवान के निकट रहने का सौभाग्य मिलता है।
  • तीनों कालों में पाठ:
    • यमुनाष्टक का पाठ प्रातः, मध्यान, और सांय तीनों कालों में करने से इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

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