भाई बहन का प्यार – Story for kids in hindi
रक्षाबंधन स्पेशल कहानी है दो भाई बहन का प्यार राधा और राहुल दो बहन भाई का रिश्ता जो की रक्षाबंधन का त्यौहार भाई और बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। यह त्यौहार भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है, जहाँ बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती है, और भाई उसकी रक्षा का वचन देता है।
कहानी की शुरुआत
प्राचीन समय की बात है, एक छोटे से गाँव में राहुल और उसकी बहन राधा रहते थे। दोनों अनाथ थे, उनके माता-पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। उनका एक-दूसरे के प्रति प्रेम बहुत गहरा था। राहुल बड़ा था, इसलिए वह अपनी बहन की हर जरूरत का ध्यान रखता था। राधा भी अपने भाई की हर छोटी-बड़ी जरूरत का ख्याल रखती थी। दोनों का रिश्ता बहुत गहरा और प्यार भरा था। वे दोनों ही एक दूसरे के लिए काफी थे।
एक दिन राधा को याद आया कि रक्षाबंधन का त्यौहार नजदीक आ रहा है। वह इस दिन को लेकर बहुत उत्साहित थी, क्योंकि यह एकमात्र दिन था जब वह अपने भाई के प्रति अपने स्नेह को और भी विशेष तरीके से व्यक्त कर सकती थी। लेकिन इस बार उसकी खुशी में एक चिंता भी छिपी हुई थी। राधा के पास पैसे नहीं थे कि वह अपने भाई के लिए कोई अच्छी राखी खरीद सके। वह मन ही मन बहुत परेशान थी ये सोचकर की मै अपने प्यारे भाई के लिए राखी कैसे खरीदूंगी।
उस दोनों भाई बहन का प्यार इतना गहरा था की राधा की इस चिंता को राहुल समझ गया था, लेकिन उसने अपनी बहन से इस बारे में कुछ नहीं कहा। उसने तय किया कि वह अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को टालकर कुछ पैसे बचाएगा और उन पैसों से अपनी बहन के लिए राखी खरीद सकेगा। राहुल ने अपनी पुरानी किताबें बेचीं और गाँव के मेले में जाकर एक सुंदर राखी खरीदी। वह राखी बहुत ही साधारण थी, लेकिन उसमें राहुल का अपार प्रेम और स्नेह भरा हुआ था।
भाई बहन का प्यार राखी का त्योहार
रक्षाबंधन का दिन आया। राधा सुबह-सुबह उठी और पूजा की थाली सजाई। उसने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए उसकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना की। उसकी आँखों में प्रेम और आंसू दोनों थे। राहुल ने भी अपनी बहन को वह राखी दी, जिसे उसने अपने प्यार से खरीदा था। राधा ने राखी को देखते ही समझ लिया कि उसके भाई ने अपने जरूरतों को टालकर यह राखी खरीदी है। उसकी आँखों में आंसू छलक आए, लेकिन उसने अपने आंसुओं को छिपाते हुए हंसकर राखी बाँध दी।
भाई-बहन का अटूट बंधन
उस दिन राधा ने महसूस किया कि सच्चा प्रेम और त्याग किसी भी महंगे उपहार से बढ़कर होता है। राखी का धागा केवल धागा नहीं होता, यह भाई-बहन के बीच के प्यार और विश्वास का प्रतीक होता है। वह राखी जिसे राहुल ने अपनी बहन के लिए खरीदी थी, उसके लिए दुनिया का सबसे कीमती उपहार बन गई। राधा ने अपने भाई के लिए भगवान से प्रार्थना की और सोचा कि वह हमेशा उसकी रक्षा करेगी, चाहे कोई भी परिस्थिति हो।
रक्षाबंधन का यह त्यौहार केवल राखी बांधने का दिन नहीं है, बल्कि यह दिन भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का दिन है। राहुल और राधा की कहानी हमें यह सिखाती है भाई बहन का प्यार और त्याग से बड़ा कोई उपहार नहीं होता। राखी का धागा केवल एक धागा नहीं है, बल्कि यह एक वचन है, एक रक्षा का वचन, जो भाई अपनी बहन को देता है।
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