Janwaro ki Duniya Story for Kids in Hindi
एक बार की बात है, एक सुंदर गाँव में जहाँ हर रोज़ प्रकृति की सुंदरता से लबालब भरी थी, वहाँ एक छोटा सा बच्चा रहता था जिसका नाम गोपाल था। गोपाल का प्यार प्राकृतिक सौंदर्य के प्रति बहुत गहरा था। उसका दिल जंगल के जानवरों (Janwaro) के प्रति प्रेम से भरा हुआ था।
एक दिन, गोपाल ने अपने दोस्तों के साथ जंगल जाने का विचार किया। जंगल में प्रवेश करते ही, गोपाल को जंगली जानवरों (Janwaro) की खुशी से भरी दुनिया का आभास हुआ। यहाँ सभी जानवर बहुत खुश दिख रहे थे। उस जंगल में एक अलग सा सुकून था जो दिल को बहुत शांति दे रहा था।
वहाँ उसने देखा कि प्रत्येक जानवर अपने-अपने तरीके से जीवन का आनंद उठा रहा था। गाय ग्रास खा रही थी, मुर्गा भांग दे रहा था, बंदर पेड़ों पर झूल रहे थे, और मोर अपने रंग-बिरंगे पंखों की खूबसूरती में डूबे हुए थे। चिड़िया चेहचाह रही थी। कोयल गा रही थी। हाथी के बच्चे खेल रहे थे। सभी जानवर खेल रहे थे।
गोपाल ने जंगल की हर जगह खोज की। वहाँ उसने एक छोटी सी झील देखी। झील के किनारे एक छोटा सा शेर खेल रहा था। उसने उसे खुशी से भरा हुआ देखा जो बहुत चंचलता क्र साथ खेल रहा था। वह बहुत छोटा सा शेर का बच्चा था जो अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था।
गोपाल ने शेर के पास जाकर पूछा, “आप कैसे हैं, शेर भैया?”
शेर ने खुशी से कहा, “मैं बहुत अच्छा हूँ, बच्चा। जंगल में खेलने का आनंद ही कुछ और है।”
गोपाल ने पूछा, “क्या आप मुझे अपने साथ खेलने की अनुमति देंगे?”
शेर ने मुस्कुराते हुए कहा, “ज़रूर,। आओ, हम साथ में खेलते हैं।” मेरे दोस्तों के साथ।
उन्होंने मिलकर एक साथ खेलना शुरू किया। गोपाल ने देखा कि शेर ने उससे अनेक खेल खेले और उसे अनेक चीजें सिखाई।
वहाँ गोपाल ने यह सीखा कि जीवन में हर चीज का अपना आनंद है। जब हम खुद को प्रकृति के साथ जोड़ लेते हैं, तो हमें वास्तविक खुशी मिलती है। आज से पहले गोपाल को इतनी ख़ुशी कभी नहीं हुई जैसी ख़ुशी उसे आज सबहि जानवरो (Janwaro) के साथ खेलकर कर हो रही ही प्रकृति के बीच में।
गोपाल ने जंगल के अन्य जानवरों से भी मिलकर खेला। उसने हाथी के साथ नदी में नहाने भी साथ में गए और बहुत मस्ती की, लोमड़ी के साथ छुपाम छुपाई खेली, और बंदर के साथ पेड़ों पर सवारी की।
जंगल के खेलों ने उसके दिल को खुशी से भर दिया। उसने जानवरों के साथ अपना समय बहुत अच्छे से बिताया।
गोपाल जब गाँव लौटा, तो उसके चेहरे पर अत्यंत सुख और आनंद का प्रकाश था। उसने अपने मित्रों को अपने जंगल के अनुभवों के बारे में सुनाया और उन्हें जंगल में जाने की सलाह भी दी।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्रकृति हमें हमेशा खुशी और संतोष प्रदान करती है। जब हम प्रकृति के साथ मिल जाते हैं और उसका संग्रह करते हैं, तो हमारे जीवन में अत्यंत सुख मिलता है। इसलिए, हमें हमेशा प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और उसके साथ एक संतुलित और मित्रभावपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहिए।
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