Jhilmil Titali Story for Kids in Hindi
तितली और भवरें की दोस्ती कहानी: एक हरे घने जंगल के बीचोबीच एक सुंदर सी तितली रहती थी जिसका नाम ‘झिलमिल तितली’ Jhilmil Titali था। रंगीलो को रंग-बिरंगे फूलों से बहुत प्यार था। उसकी पंखों की सुंदरता और रंगीनता देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता था। वह बहुत ही सुन्दर तितली थी जिसे हर कोई देखता ही रह जाता था।
रोज़ सुबह होते ही झिलमिल तितली उड़ान भरती और जंगल के अलग अलग हिस्सों में घूमती रहती। वह नए-नए फूलों पर बैठकर उनका रसपान करती और अपनी नन्ही टांगों से पराग कणों को इधर-उधर ले जाती। एक दिन, जब रंगीलो एक बहुत ही अद्भुत गुलाबी फूल पर बैठी थी, उसने ध्यान से सुना कि उसके पास कोई मधुर और मीठी आवाज में कोई गा रहा है।
उसने इधर-उधर देखा तो पाया कि एक छोटा सा भंवरा, बड़े ही आनंद से गाना गा रहा था। झिलमिल तितली ने उससे पूछा, “भंवरा, तुम इतना अच्छा गाना कैसे गा लेते हो?” तुम्हरे गीत से तो फूल भी मुस्कुरा रहे है।
भंवरे ने मुस्कुराते हुए कहा, “झिलमिल तितली, (Jhilmil Titali) यह तो प्रकृति का उपहार है। जब मैं इन सुगंधित फूलों के बीच होता हूँ, तो अपने आप ही मेरे मन में संगीत बजने लगता है।”
झिलमिल को भंवरे की बात सुनकर बहुत अच्छा लगा। उसने सोचा, “क्यों न हम दोनों मिलकर इस जंगल में एक संगीत का आयोजन करें, जिसमें सभी जीव-जंतु भाग लें।”
(Jhilmil Titali) झिलमिल तितली और भंवरे ने मिलकर किया संगीत समारोह
अगले ही दिन, झिलमिल तितली और भंवरे ने मिलकर जंगल में एक बड़े संगीत समारोह का आयोजन किया। इस खबर को फैलाने के लिए झिलमिल तितली ने अपनी पंखों की सुंदरता का उपयोग किया और जंगल के हर कोने में उड़कर सबको निमंत्रण दिया। सभी जीव-जंतु बहुत उत्साहित हो गए और उन्होंने इस आयोजन में भाग लेने का निर्णय किया।
समारोह के दिन, जंगल के हर कोने से जीव-जंतु वहां इकट्ठा हुए। पेड़ों पर पक्षी चहचहा रहे थे, जमीन पर चीटियाँ अपनी पंक्तियों में नाच रही थीं, और हवा में तितलियाँ अपने पंख फैलाए घूम रही थीं। भंवरे ने अपना गीत गाना शुरू किया और झिलमिल ने उसकी धुन पर नृत्य करना शुरू कर दिया।
उनकी अद्भुत प्रस्तुति देखकर सभी जीव-जंतु मंत्रमुग्ध हो गए। अचानक, एक बड़ा सा मोर, वहां आया और उसने अपनी पंखों को फैलाकर रंगीन नृत्य करना शुरू कर दिया। उसके नृत्य ने समारोह में चार चांद लगा दिए। सभी जीव-जंतु तालियों की गड़गड़ाहट से उत्साह बढ़ा रहे थे।
समारोह के अंत में, जंगल के राजा, शेर ‘सिंघम’, ने झिलमिल और भंवरे की प्रशंसा की और कहा, “तुम दोनों ने इस जंगल को एकता और प्रेम का संदेश दिया है। तुम्हारी दोस्ती और प्रयास ने हम सबको एकजुट कर दिया है।”
इस तरह झिलमिल तितली (Jhilmil Titali) और भंवरे ने अपनी मित्रता और संगीत के माध्यम से पूरे जंगल को एक नया अनुभव दिया। इसके बाद, वे दोनों रोज़ मिलकर नए-नए गीत और नृत्य की प्रस्तुति देते रहते और सभी को आनंदित करते।
झिलमिल और भंवरे की इस अद्भुत जोड़ी ने जंगल को हमेशा के लिए एक नई पहचान दे दी, जहां हर जीव-जंतु खुशी और प्रेम से भरपूर जीवन जीने लगा।
तितली ‘झिलमिल’ और भंवरा के संगीत समारोह ने पूरे जंगल में खुशियों की लहर दौड़ा दी थी। यह समारोह इतना सफल रहा कि जंगल के सभी जीव-जंतु हर महीने इसे मनाने का निर्णय लिया। हर महीने, जंगल का एक कोना मस्ती से भर उठा, जहां नए-नए गीत और नृत्य की प्रस्तुतियां की जाने लगी।
इस तरह, झिलमिल तितली और भंवरे ने अपने संगीत और दोस्ती के माध्यम से जंगल में खुशियों का माहौल बना दिया। हर महीने, यह संगीत समारोह जंगल की नई पहचान बन गया, जहां हर जीव-जंतु अपनी विशेषता के साथ मिलकर जीवन को और भी खूबसूरत बना देता था।
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